कर्मचारीयो के हड़ताल का असर,34 हजार की जगह 7 हजार मजदूर कर रहे है काम
कर्मचारीयो के हड़ताल का असर, 34 हजार की जगह 7 हजार मजदूर कर रहे है काम
मनरेंगा कर्मचारी महासंघ विगत 04 अप्रेल 2022 से अपनी 02 सुत्रीय माँगो के संबंध में आंदोलनरत है। जिससे मनरेंगा योजना के काम प्रभावित हो रहे है, बता दु की जिला-राजनादगांव में लगभग 6.31 लाख पंजीकृत मजदूरी में से 40 हजार 498 मजदूरों के हाथों में काम है। इधर विकाशखण्ड खैरागढ की बात करे तो 89705 मजदूरों में 7315 मजदूरों के हाथों में काम है । भारत सरकार की सबसे महती योजना मनरेंगा में माह अप्रैल में मजदूरों का काम नही मिलने ले कारण ग्रामीण अर्थव्यस्था बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है। मनरेगा कर्मियों के हड़ताल से हुए नुकसान की भरपाई कर पाना मुश्किल है।
खैरागढ विकाशखण्ड अंतर्गत योजना ले प्रभावी क्रियान्वयन करने वाले 129 करर्मचारी नियमितीकरण व ग्रेड पे 1966 पंचायत नियमावली लागू किये जाने को लेकर बेमुद्दत हड़ताल पर चले गए है। देखा जाए तो प्रतिवर्ष अप्रैल माह में 34 हजार से अधिक श्रमिक नियोजित किये जाते रहे है। बता दु की प्रदेश में जिला राजनादगांव श्रमिको को अधिक से अधिक रोजगार एवम 100 दिवस का रोजगार देने में अव्वल रहा है।
उल्लेखनीय है कि योजना के तहत 15 जून तक काम चलते है इसके बाद खेती किसानी से फुरसत होने के माह मार्च में मजदूरों की संख्या बढ़ती है। ऑनलाइन आंकड़ा बताता है कि जिला राजनादगांव अंतर्गत 09 ब्लाकों में 2.75 लाख जाबकार्डधारी में 6.31 लाख से अधिक पंजीकृत मजदूर है। जो कि नए वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से अब तक 40 हजार 498 मजदूरों को काम दिया जा रहा है।
बता दु की मनरेंगा कर्मचारी महासंघ अपनी माँगो के लेकर शासन स्तर पर सकरात्मक पहल नही किये जाने पर रायपुर में उग्र आंदोलन करेगा।



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