कोहकाबोड़ में पालकों व शिक्षकों ने मिलकर घर घर बनाया स्टडी रूम
तीसरी लहर की आशंका के पहले ही कर ली थी प्लानिंग
कोहकाबोड़ में पालकों व शिक्षकों ने मिलकर घर घर बनाया स्टडी रूम
कोरोना का पहला व दूसरा लहर इतना भयानक था कि बच्चों को पढ़ना तो दूर सबसे पहली सुरक्षा मानव स्वास्थ्य को लेकर थी,जैसे तैसे लगभग पौने दो साल बाद स्कूलों में पढ़ाई शुरू हुई थी,
पढ़ाई रफ्तार पकड़ी ही थी कि इस बीच तीसरी लहर के कारण स्कूलों को बन्द करना पड़ा।यहां के नवाचारी शिक्षकों ने स्थिति को भाँपते हुए कि फिर से शालाएं बन्द हो सकती है
बकायदा शिक्षक/पालक मीटिंग बुलाई और ऐसी प्लानिंग की कि स्कूल बंद होने के बावजूद भी बच्चे पढ़ाई से दूर न हो,क्योंकि वर्तमान में शिक्षकों को डबल मेहनत करना पड़ रहा है
अतः वह स्थिति दुबारा निर्मित न हो इसलिए पालकों ने आर्थिक सहयोग किया जिससे बच्चों को उनके घर मे ही शिक्षकों ने,चित्र,चार्ट व अन्य स्टडी मटेरियल प्रदान किया।
यहां पदस्थ शिक्षकगण श्री चंद्रकिरण ठाकुर,भगवती प्रसाद सिन्हा व श्रीमती ज्योति केहरी ने ऐसी प्लानिंग की है कि रोज इस पूरे योजना में काम करेंगे और विशेष रूप से जिन बच्चों को पढ़ने लिखने में मदद की आवश्यकता है
उसे मार्गदर्शन देंगे।आज दूसरे दिन भी शिक्षकों ने जायजा लिया कि स्टडी मटेरियल का बच्चे किस तरह फायदा उठा रहे हैं।
विद्यालय में पदस्थ शिक्षकों के इस नवाचार का सरपंच श्रीमती शिप्रा सिंह,शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष सरिता साहू,माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक श्री बुद्धेवर श्रीवास्तव,श्रीमती रेखा वर्मा,अनुराधा सिंह,गीता गहरवार,संकुल समन्वयक श्री रामेश्वर वर्मा,तोपचन्द वर्मा व पी एल सी सदस्य श्री कोमल चंद कोठारी, आदि ने सराहना की है।
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