विकासखंड अंतर्गत आश्रित ग्राम बैहाटोला में भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की 131 वी जयंती मनाई गई

 


खैरागढ़ : विकासखंड अंतर्गत आश्रित ग्राम बैहाटोला में भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की 131 वी जयंती मनाई गई. जिसमे विशिष्ट अतिथि के रुप में जिला पंचायत के सहकारिता सभापति विप्लव साहू भी शामिल हुए। खास दिन की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए विप्लव ने कहा कि डॉ अंबेडकर का संघर्ष विश्व में सर्वकालिक महान है. नेल्सन मंडेला, कार्ल मार्क्स, मार्टिन लूथर किंग, अब्राहम लिंकन जैसे विश्व के नामचीन व्यक्तियों से भी बढ़कर है.



 शिक्षा, रोजगार, अर्थव्यवस्था, रिजर्व बैंक की स्थापना, सिंचाई आदि देश उद्धार और कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के शिल्पकार रहे. डॉ अम्बेडकर का योगदान समाज के हर पक्ष - महिला, सवर्ण, ओबीसी, अनुसूचित जाति-जनजाति और धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए रहा है. हजारों वर्षों से चल रहे असमानता और छूआछूत के कलंक को भारत के माथे से उन्होंने ही हटाया. समाज को व्यवहारिक रूप से बराबरी पर लाने की उन्होंने अपनी तरफ से भरपूर कोशिश की.



डॉक्टर अंबेडकर ताउम्र संघर्ष करते रहे और अपने जीवन का हर पल कष्ट -दुख सहते हुए भी लक्ष्य को अपनी आंखों से ओझल नहीं होने दिया. उनका संघर्ष कितना कठिन था इस बात से आंका जा सकता है कि जब उनके बेटे की मृत्यु हुई तो भी वे अपने रूटीन समाज कल्याण के कार्य से विमुख नही हुए. 



पूरी दुनिया मे अपनी जिंदगी में ऐसा कोई नही कर पाया है कि जिसे स्कूल में भी में बैठने नहीं दिया गया, हाथ से छूकर पानी पीने नहीं दिया गया, उसी ने देश को चलाने वाला संविधान लिखा. यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. और संविधान भी ऐसा जिसे विश्व भर के विद्वानों, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों और विशेषज्ञों द्वारा सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. जबकि भारत में कुछ लोगों द्वारा बरगला कर अधिसंख्य लोगों को संविधान के खिलाफ करने की घटिया कोशिशें की जाती है. जबकि अधिकतर लोगों ने संविधान को थोड़ा भी पढ़ा नहीं है, उन्हें सबसे पहले संविधान पढ़ना चाहिए ताकि उन्हें पता चले कि बाबा साहब ने किसी एक पक्ष के लिए नहीं अपितु पूरे मानव समाज और भारत के लिए बेहतर संविधान लिखा है.



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