अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2021 योग सर्वोच्च स्तर की अनुभूति एवं सामंजस्य प्राप्त करने के लिए ब्रह्माण्ड से स्वयं की ज्यामिती को संरेखित करने की कला है
नीलेश यादव 9907302288
*अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2021 योग सर्वोच्च स्तर की अनुभूति एवं सामंजस्य प्राप्त करने के लिए ब्रह्माण्ड से स्वयं की ज्यामिती को संरेखित करने की कला है*
खैरागढ नगर योग ग्रुप
किसी खास धर्म, आस्था पद्धति या समुदाय के मुताबिक नहीं चलता है; इसे सदैव अंतरतम की सेहत के लिए कला के रूप में देखा गया है। जो कोई भी तल्लीनता के साथ योग करता है वह इसके लाभ प्राप्त कर सकता है, चाहे उसका धर्म, जाति या संस्कृति जो भी हो।
“रहना है निरोग, तो रोज़ करो योग”| भारत की संस्कृति में योग का महत्व प्राचीन काल से रहा है| और इस आधुनिक काल में भी यह विश्व भर में अपनी पहचान रखता है| विश्व में योगा डे (Yoga Day) मनाने के पीछे की जानकारी के लिए हमें ज्यादा दूर जाने की आवश्यकता नहीं है|
निर्मल त्रिवेणी ग्रुप खैरागढ
आज से करीब 6 वर्ष पूर्व, 27 सितम्बर 2014 को भारत के नव निर्वाचित प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सयुंक्त राष्ट्र की सामान्य सभा में अपना भाषण देते हैं|
अपने भाषण के दौरान वो योगा के सन्दर्भ में कहते हैं कि योग भारत की प्राचीन परम्परा का अमूल्य उपहार है,
यह मन और शरीर की एकता का प्रतीक है, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है,
यह व्यायम के बारे में ना होकर दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करना है, यह कहकर वो योग दिवस मनाने की तरफ कदम बड़ाने का आह्वाहन करते हैं|
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